आज के ही दिन अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेन्टर पर हमला हुआ था ११ सितम्बर २००१ को । उस हमले नें न केवल अमेरिका को वरन् सम्पूर्ण विश्व को दहला दिया था । इस हमले के बाद अमेरिका ने आतंकवादियों के विरुद्ध बिगुल बजाया । कुछ हद तक वह अपने मकसद में कामयाब भी हुआ है । उस समय सम्पूर्ण विश्व आतंकवाद की समस्या को लेकर चिन्तित हुआ था । भारत भी उस समय नींद से कुछ जागा था तथा इसने भी उस हमले पर कुछ टिप्पणियाँ की थीं । पर उसके कुछ दिन बीतते ही जैसी ही वह बात पुरानी हुई भारत की इस समस्या के प्रति चैतन्यता जाती रही । २००१ के बाद से भारत में अनेक आतंकवादी गतविधियाँ दिन-प्रतिदिन तेज़ रफ़्तार के साथ घटित हो रहीं हैं । हर आतंकवादी गतिविधियों में मारे जाने वाले लोगों के परिजनों को सरकार कुछ धनराशि प्रसाद के रूप में बाँटकर मामले को सीबीआई जाँच के लिये दान देकर आराम फ़रमाती रहती है तब तक जब तक आतंकवादी किसी दूसरी घटना को अंजाम नही देते । और जब दूसरी आतंकवादी घटना घटती है तब फिर वही अपना पञ्चम राग अलापने लगते हैं । उसके कुछ दिन बाद जैसे ही उस मामले पर धूल जमती है उनका रग खराब होंने लगता है और वे धीरे-धीरे अपने मुलायम...