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Showing posts from September 7, 2008

आतंकवाद

आज के ही दिन अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेन्टर पर हमला हुआ था ११ सितम्बर २००१ को । उस हमले नें न केवल अमेरिका को वरन् सम्पूर्ण विश्व को दहला दिया था । इस हमले के बाद अमेरिका ने आतंकवादियों के विरुद्ध बिगुल बजाया । कुछ हद तक वह अपने मकसद में कामयाब भी हुआ है । उस समय सम्पूर्ण विश्व आतंकवाद की समस्या को लेकर चिन्तित हुआ था । भारत भी उस समय नींद से कुछ जागा था तथा इसने भी उस हमले पर कुछ टिप्पणियाँ की थीं । पर उसके कुछ दिन बीतते ही जैसी ही वह बात पुरानी हुई भारत की इस समस्या के प्रति चैतन्यता जाती रही । २००१ के बाद से भारत में अनेक आतंकवादी गतविधियाँ दिन-प्रतिदिन तेज़ रफ़्तार के साथ घटित हो रहीं हैं । हर आतंकवादी गतिविधियों में मारे जाने वाले लोगों के परिजनों को सरकार कुछ धनराशि प्रसाद के रूप में बाँटकर मामले को सीबीआई जाँच के लिये दान देकर आराम फ़रमाती रहती है तब तक जब तक आतंकवादी किसी दूसरी घटना को अंजाम नही देते । और जब दूसरी आतंकवादी घटना घटती है तब फिर वही अपना पञ्चम राग अलापने लगते हैं । उसके कुछ दिन बाद जैसे ही उस मामले पर धूल जमती है उनका रग खराब होंने लगता है और वे धीरे-धीरे अपने मुलायम...

हमारे नौनिहाल और नशा

आज परिवेश इतना विषाक्त हो चुका है कि हमारे नौनिहाल भी नशीले पदार्थों के आदी होते जा रहे हैं । कही न कही इसमें माता-पिता की व्यक्तिगत व्यस्तता तथा आस-पास का वातावरण प्रमुख कारण है । आज देश में नशीले पदार्थॊ का सेवन करने वालों में बच्चों किशोरों की संख्या बहुत अधिक है । चोटे-चोटे गाँवों में स्थान-स्थान पर चाहे दैनिक आवश्यकताओं की वस्तुएँ न मिलें पर गुटका, तम्बाकू, सिगरेट की दूकानें सहज सुलभ हैं। जब हम रेलगाड़ी से सफ़र करते हैं तो हमें १२-१४ वर्ष के लड़के-लड़कियाँ व वृद्ध-युवा महिलायें गुटखा के पाउचों की मालाये लिये बेचते मिल जाते हैं। कै अभिवावक तो वर्षों तक जान ही नही पाते हैं कि उनका बच्चा नशा करता है । बालक व किशोर अपनी मित्र मण्डली के साथ घर-परिवार के सदस्यों से छिपकर नशा करनें लगते हैं किसी को भनक तक नही होती। परिवार वालों को तब पता चलता है जब वे नशे के कारण किसी बीमारी के ग्रास हो जाते हैं और चिकित्सक के पास ले जाये जाते हैं । आज स्थिति की गम्भीरता का अनुमान मात्र इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्राथमिक पाठशालाओं में पढने वाले बच्चे चुराकर या अपने ज़ेब खर्च से नशीले पदार्थ लेते सहज देखे...